सूर्य की आभा लिए हुए गहले लाल, पीले रंग के सनस्टोन रत्न को रूबी का उपरत्न भी कहते हैं। जो लोग माणिक मँहगा होने के कारण धारण नहीं कर सकते, वे इसे धारण कर सकते हैं, यह कभी-कभी हरे, नीले और सफेद रंग का भी होता है परन्तु गहरा नारंगी रंग का सनस्टोन सबसे अच्छा माना जाता है।
सूर्य ग्रह के रत्नों मे माणिक का उपरत्न रविवार को कृत्तिका नक्षत्र में अनामिका उंगली में सोने में धारण करनी चाहिये। उपरत्न होने के बावजूद भी यह रत्न बहुत असरदार होता है।
ज्योतिष के अनुसार सनस्टोन रत्न सूर्य से संबंधित है और यह मीन, सिंह और तुला राशि पर अधिकार रखता है इसलिए मीन, सिंह और तुला राशि के जातकों के लिए यह रत्न लाभकारी होता है।
हिंदू पंचांग 2019 पढ़ें और जानें वर्ष भर के शुभ दिन, शुभ मुहूर्त, विवाह मुहूर्त, ग्रह प्रवेश मुहूर्त और भी बहुत कुछ।
दक्षिण नार्वे, साइबेरिया और यूएस में सनस्टोन पाया जाता है लेकिन भारत सहित कई और जगहों में इनकी खानें हैं।
साहस को बढ़ाता है – यह रत्न सूर्य की तरह ही तेजस्वी, साहसी, नीडर बनाता है। इसे पहनने के बाद अपने आप में विश्वास बढ़ता है और व्यक्ति कोई भी कठिन से कठिन कार्य करने से घबराता नहीं है, इसे धारण करने से दुःख, किसी भी प्रकार की कोई तकलीफ दूर होती है। तो देर किस बात की शीघ्र ही यह रत्न धारण करे और इसका लाभ लें।
मानसिक शांति प्रदान करता है – प्रत्येक व्यक्ति मानसिक तनाव से गुजर रहा है, इस भागदौड़ भरी जिन्दगी में अगर सुकून के पल जीना चाहते है तो शीघ्र ही सनस्टोन धारण करे। इसको धारण करने के कुछ समय बाद ही आपको मन की शांति मिलेगी, रात को अच्छी चैन की नींद ले पाएंगे तथा आराम मिलेगा। यह मस्तिष्क को शांति प्रदान करता है। बड़े-बड़े निर्णय लेने की क्षमता का विकास होगा तो देर न करते हुए जल्दी ही सनस्टोन धारण करें।
Click Here